फेरोमोन ट्रैप का इस्तेमाल मतलब कीटनाशकों की छुट्टी
(साभार गॉव कनेक्शन)
खरीफ की फसलों में यह समय तरह-तरह के कीट लगने का है। किसान फेरोमोन ट्रैप विधि से ऐसी खरीफ फसलों में कीटों का नियंत्रण कर सकते हैं। यह सलाह तीन सितंबर को उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद में हुई फसल सतर्कता समूह की बैठक में कृषि वैज्ञानिकों के समूह द्वारा जारी की गई।
फेरोमोन मादा कीटों से मिलती-जुलती एक गंध होती है जो नर कीटों को अपनी ओर आकर्षित करती है। इस गंध को एक छोटी सी कैप्सूल के आकार की संरचना में भरकर उसे कीट पकडऩे के लिए ट्रैप के तौर पर इस्तेमाल करते हैं। इस कैप्सूल आकार की संरचना को ल्योर भी कहते हैं। यह ट्रैप बनाने के लिए प्लास्टिक के एक डिब्बे में फेरोमोन ल्योर लगाकर टांग देते हैं। इससे आस-पास मौजूद नर कीट डिब्बे की ओर आकर्षित होते हैं। ये डिब्बे फंदे की तरह बने होते हैं जिसमें कीट अंदर जाने के बाद बाहर नहीं आ पाते हैं। इससे कीटों को पहचानने में भी मदद मिलती है क्योंकि सारे कीट एक जगह इकट्ठे हो जाते हैं। इससे यह पता चल जाता है कि खेत में कौन-कौन से कीट लगे हैं।
क्या है फेरोमोन
यह एक प्रकार की विशेष गंध होती है, जो मादा पतिंगा छोड़ती हैं। जो कि नर पतंगों को आकर्षित करता है। विभिन्न कीटों द्वारा विभिन्न प्रकार के फेरोमोन छोड़े जाते हैं।
मास ट्रैपिंग
कई सारे फेरोमोने ट्रैप का उपयोग कीटों को अधिक से अधिक समूह में पकडऩे के लिए भी किया जाता है। जिससे नर कीट ट्रैप हो जाएं और मादा कीट अंडा देने से वंचित रह जाएं।
कैसे उपयोग करें
खेतों में इस ट्रैप को सहारा देने के लिए एक डंडा गाडऩा होता हैं। इस डंडे के सहारे छल्ले को बांधकर इसे लटका दिया जाता है। ऊपर के ढक्कन में बने स्थान पर ल्योर को फंसा दिया जाता है तथा बाद में छल्लों में बने पैरों पर इसे कस दिया जाता हैं। कीट एकत्र करने की थैली को छल्ले में विधिवत लगाकर इसके निचले सिरे को डंडे के सहारे एक छोर पर बांध दिया जाता है। इस ट्रैप की ऊंचाई इस प्रकार से रखनी चाहिए की ट्रैप का उपरी भाग फसल की ऊंचाई से 1 से 2 फुट ऊपर रहे।
ट्रैप का निर्धारण व सघनता
प्रत्येक कीट के नर पतिंगों को बड़े पैमाने पर एकत्र करने के लिए सामान्यत: दो से चार ट्रैप प्रति एकड़ प्रर्याप्त है। एक ट्रैप से दूसरे ट्रैप की दूरी 30-40 मीटर रखनी चाहिए। इस ट्रैप को खेत में लगा देने के उपरांत इनमे फंसे पतिंगों की नियमित जांच की जानी चाहिए और पाए गए पतिंगों का आंकड़ा रखना चाहिए जिससे उनकी गतिविधियों पर ध्यान रखा जा सके। बड़े पैमाने पर कीड़ों को पकड़कर मारने के उदेश्य से जब इसका उपयोग किया जाए तो थैली में एकत्र कीड़ों को नियमित रूप से नष्ट कर थैली को बराबर खाली करते हैं जिससे उसमें नए कीड़ों को प्रवेश पाने का स्थान बना रहे। इस नई तकनीक का लाभ यह है कि किसान अपने खेतों पर कीड़ों की संख्या का आंकलन कर कीटनाशकों के उपयोग की रणनीति निर्धारित कर अनावश्यक रासायनिक उपचार से बच सकते हैं।
फेरोमोन ट्रैप के लाभ
इससे रसायनों के छिड़काव और उसमें होने वाले खर्चे से किसान को सहूलियत मिलेगी।
फेरोमोन एवं ल्योर विषैले नहीं हैं इसलिए इनसे किसानों और वातावरण को कोई खतरा नहीं है।
इसके प्रयोग से कीड़ों का आकलन करके उपचार में असानी रहती है।
इस तरीके से कीड़े अपनी संख्या नहीं बढ़ा पाते हैं और उत्पादन को हानि नहीं पहुंचती।
उपकरण केवल एक ही बार खरीदना होता है इसमें लगने वाला फेरोमोन गंध वाला ल्योर ही केवल बार-बार बदलना पड़ता है।
सावधानियां
फेरोमोन ल्योर को एक माह में एक बार अवश्य बदल देना चाहिए।
ठन्डे एवं सूखे स्थान पर भंडारित करें।
एक बार प्रयोग किये गए ल्योर को नष्ट कर दें।
बात को सुनिश्चित करते रहें कि कीट एकत्र करने की थैली का मुंह बराबर
खुला रहे और खाली स्थान बना रहे जिसमें अधिकाधिक कीड़े एकत्र कर नष्ट किए जा सकें।
फसल व कीटों के साथ प्रयोग किए जाने वाले ल्योर के प्रकार
कीट ल्योर का नाम फसल
अमेरिकन सुंडी लट हेली ल्योर दलहनी फसलों के लिए
धब्बेदार सुंडी इर्विट ल्योर भिन्डी, तरोई, कद्दू वर्गीय
डायमंड बेक मॉथ दीबीएम ल्योर गोभी कूल के फसल के लिए
बैंगन तना एवं फली छेदक लयूसिन ल्योर बैगन एवं मिर्च के लिए
अर्ली शूट बोरर इएसबी ल्योर धान और गन्ना के लिए
गन्ना तना छेदक चाइलो ल्योर गन्ने के लिए
गन्ना टीप बोरर स्किरपो ल्योर गन्ने के लिए